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वर्गपहेली - 171


ऑनलाइन वर्गपहेली क्रमांक - 171
Online Hindi Crossword Puzzle
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दाएँ से बाएँ
2. अगला भाग, अग्रभाग, अग्र भाग, अगाड़ी, अगाड़ू, अगारी; किसी वस्तु आदि के आगे का भाग
5. बछड़ा, बछवा, बाछा, बछेरु, लवारा, बच्छा, , वत्स, तर्ण, अवेद्य; गाय का नर बच्चा
7. अमर, अक्षय, अनश्वर, शाश्वत, नित्य, अक्षुण्ण, अक्षुण, अक्षर, अनष्ट, अक्षय्य, अच्युत, अनाश, अनाश्य, अनाशवान, अमरणीय, अनाशी, अयोनि, अरिष्ट, अविनश्वर, विभु, अव्यय, अमृताक्षर, अभंग, अभङ्ग, अभंगुर, अभङ्गुर, अखय, अक्षुण्य, अखै, अनपायी, अनपाय, अविगत, अविहड़, अविहर; जिसका कभी नाश न हो या सदा बना रहनेवाला;
8. शूद्र, अंत्यज, अन्त्यज, पादज, वृषल, मार्जारीय, मार्जालीय, अंतेवासी, अन्तेवासी; हिन्दुओं के चार वर्णों में से चौथे और अंतिम वर्ण का व्यक्ति, अस्पृश्य, अपरस, छुतिहा; जिसे छूना ठीक न हो या जो स्पर्श करने के योग्य न हो
10. जाड़ा, शीत काल, सरदी, सर्दी, हिम ऋतु, ठंड, ठन्ड, शीतऋतु, शीतकाल, अघम, शीत-ऋतु, तुषारकाल, ठंढ; जाड़े का मौसम
12. सुबह, भोर, प्रभात काल, प्रातःकाल, प्रात, प्रभात, प्रातः, तड़का, अरुणोदय, विहान, उषा, उषाकाल, उषा-काल, भीन, निशांत, निशावसान, दिवसमुख, निशात्यय, अनुदित, रात्रिविग, स्त्रीघोष, निशातिक्रम, निशोत्सर्ग, अरुण, अरुन, अरुणा, व्युष्ट, प्रत्युष, प्रत्यूष, व्युष्टि, अहर्मुख, व्युष, उखा, फ़जर, फजर, फ़ज्र, फज्र; दिन निकलने का समय
13. आजानुबाहु, महाभुज; जिसके बाहु जानु तक लंबे हों या घुटने तक लंबे हाथवाला
14. जनक, राजा जनक, विदेह, मैथिल, निमिराज, मिथि, मिथिल; मिथिला के राजा और सीता के पिता;
16. दिखावटी, बनावटी, नकली, नक़ली, बनौवा, कृत्रिम, छद्म, अप्रकृत, अयाथार्थिक, अस्वाभाविक, आहार्य्य; जो केवल रूप-रंग, आकार-प्रकार आदि के विचार से दिखाने के लिए हो
17. सूर्योदय के पहले का समय जब थोड़ा-बहुत अंधेरा रहता है
20. सुखी, ख़ुशहाल, खुशहाल, सुखभरा, सुखिया, खुशाल; जो सब प्रकार के सुखों से परिपूर्ण हो

ऊपर से नीचे
1. नश्वर, अशाश्वत, क्षणजीवी, क्षयशील, नाशवान, भंगुर, विनाशी, अनित्य, मिटने वाला, मिटनेवाला, नाशुक, अनित, अपायी, अवक्षीण, अवर्धमान, अवर्द्धमान, आगमापायी; जो नष्ट हो जाए;
2. झोपड़ी, झोपड़ा, झोंपड़ा, झोंपड़ी, झुग्गी-झोपड़ी, झुग्गी, झुग्गा, झुगिया, मड़ई, मड़ैया, मड़ाई, मढ़ई, मढ़ा, मढ़ी, , आशियाँ, ओबरी; मिट्टी या घासफूस आदि का बना छोटा घर
3. हाथ, मुँह पोछने का एक छोटा कपड़ा जो प्रायः खाने की मेज पर रखा जाता है
4. सेमल, सेमर, सेमर वृक्ष, तूलवृक्ष, तूलफला, शाल्मली, सेम्हर, द्रुमकंटिका, द्रुमकण्टिका, शल्मलि, शल्मली, शाल्मलि, दीर्घद्रुम, मतिदा, पूरणी, याम्यद्रुम, रक्तपुष्पक, रक्तपुष्पा, रक्तफल, अहिका, कंटकारी, कण्टकारी; एक बहुत बड़ा वृक्ष जिसमें लाल फूल आते हैं
6. हानि, नुकसान, नुक़सान, क्षति; बुरा या तकलीफ के रूप में होने वाला परिणाम, संकट, रिस्क; संकट या विपत्ति की संभावनावाली स्थिति
7. एक प्रकार का चर्मरोग , अछूत, अस्पृश्य, अस्पर्शनीय, अंतावशायी, अन्तावशायी; वह जिसे छूना नहीं चाहिए या वह जो न छूने योग्य हो
9. धूर्त, कपटी, चालबाज़, चालबाज, चालू, चतुर, फरेबी, फ़रेबी, शातिर, छली, छलिया, चकमेबाज़, चकमेबाज, चार सौ बीस, झाँसेबाज़, झाँसेबाज, झांसेबाज़, झांसेबाज, चार-सौ-बीस, मक्कार, चंट, जालसाज, चालाक, जाल-साज, बकव्रती, शठ, सठ, होशियार, बट्टेबाज, बट्टेबाज़, कुमैड़िया, फरफंदी, वक्रगामी, व्याजमय, द्विभाव, बकमौन, दज्जाल, कितव, कैतव, व्यंसक, पाटविक, उड़ाँत, उड़ांत, प्रतारक; धोखा देने के लिए किसी प्रकार की झूठी कार्रवाई करने वाला
10. ग्रीक पुराण के अनुसार एक देवी जो ज़ीयस की पत्नी और बहन मानी जाती हैं;
11. बैल, वृषभ, रिषभ, अनडुह, बालद, वृषेंद्र, वृषेन्द्र, शाक्कर, शाक्वर, शाद्वल, शिखी, स्कंधिक, स्कन्धिक, पुंगव, उक्षा; गौ जाति का बधिया किया हुआ वह नर चौपाया जो कलों और गाड़ियों में जोता जाता है
13. निषिद्ध, वर्जित, प्रतिबंधित, प्रतिबन्धित, निषेधित, वर्ज्य, मना किया हुआ, व्याहत, वारित, निवारित, आसिद्ध, अवक्तव्य; जिसका निषेध किया गया हो, रूठे हुए को प्रसन्न करना
15. उनञ्चास, ४९, 49, IL; चालीस में नौ जोड़ने से प्राप्त अंक;
16. बनावटी, ऊपरी, बनौवा, घड़ियाली, दिखौआ, आहार्य्य; मन से नहीं पर सिर्फ़ दिखाने के लिए या दिखाने भर का
18. ड्राइव, वाहनीय भ्रमण, वाहनीय सैर; * वाहन से की जानेवाली यात्रा विशेषकर मोटरचालित गाड़ी से; (अंग्रेज़ी शब्द)
19. बच्चों के लिए प्यार का संबोधन